एनडीए के सहयोगी दलों ने उपराष्ट्रपति पद के लिए महाराष्ट्र के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन की उम्मीदवारी का समर्थन किया है, वहीं विपक्ष एनडीए उम्मीदवार पर सवाल उठा रहा है।
भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए ने रविवार (17 अगस्त, 2025) को महाराष्ट्र के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन को उपराष्ट्रपति पद के लिए अपना उम्मीदवार घोषित किया। सीपी राधाकृष्णन के उम्मीदवार चुने जाने के बाद एनडीए के सभी दलों ने उन्हें अपना समर्थन दिया है। हालाँकि, विपक्ष राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की विचारधारा से जुड़े सीपी राधाकृष्णन की उम्मीदवारी पर सवाल उठा रहा है। सीपी राधाकृष्णन को उम्मीदवार घोषित किए जाने के बाद, इंडिया ब्लॉक के कई नेताओं ने कहा कि सत्तारूढ़ दल ने आरएसएस से जुड़े किसी अन्य व्यक्ति को उम्मीदवार बनाया है।
एनडीए के उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार पर विपक्ष की प्रतिक्रिया
इंडिया ब्लॉक के कुछ विपक्षी नेताओं ने उपराष्ट्रपति पद के लिए राधाकृष्णन की योग्यता को स्वीकार किया, लेकिन कई नेताओं ने एनडीए पर आरएसएस से जुड़े किसी अन्य व्यक्ति को उम्मीदवार बनाने का आरोप लगाया। कांग्रेस सांसद मणिकम टैगोर ने कहा कि इंडिया अलायंस के नेता बैठक कर इस पर अपनी रणनीति बनाएंगे और अपने उम्मीदवार पर फैसला करेंगे।
मणिकम टैगोर ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, "एनडीए ने उपराष्ट्रपति पद के लिए एक और आरएसएस व्यक्ति को मैदान में उतारा है। प्रधानमंत्री, लोकसभा अध्यक्ष के बाद अब एक और संस्था, एक और लड़ाई बचानी है। उम्मीद है कि इंडिया अलायंस इस पर फैसला लेगा।"
वहीं, समाजवादी पार्टी के नेता वीरेंद्र सिंह ने कहा, "यह फैसला एनडीए ने नहीं, बल्कि आरएसएस ने लिया है। एनडीए के सहयोगियों को समझना चाहिए कि भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार में उनका क्या महत्व है।"
शिवसेना (यूबीटी) नेताओं ने सीपी राधाकृष्णन पर प्रतिक्रिया दी
शिवसेना (यूबीटी) सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने सीपी राधाकृष्णन के प्रशासनिक अनुभव का जिक्र करते हुए कहा कि अगर वे उपराष्ट्रपति चुने जाते हैं, तो इस पद की गरिमा फिर से बहाल होने की उम्मीद है। उन्होंने कहा, "सीपी राधाकृष्णन पिछले एक साल से महाराष्ट्र के राज्यपाल हैं। वे झारखंड के राज्यपाल भी रहे हैं, सांसद भी रहे हैं। मुझे उम्मीद है कि अगर वे चुने जाते हैं, तो इस पद की गरिमा पूरी तरह बहाल होगी, क्योंकि हमने देखा है कि हाल के दिनों में इस पद को काफ़ी कमज़ोर किया गया है। जहाँ तक भारत गठबंधन का सवाल है, इस पर फ़ैसला भारत गठबंधन सामूहिक रूप से लेगा।"
वहीं, शिवसेना यूबीटी के एक और सांसद संजय राउत ने भी सीपी राधाकृष्णन की योग्यता को स्वीकार किया है। लेकिन उन्होंने यह भी कहा कि भारत गठबंधन ने अभी तक कोई फ़ैसला नहीं लिया है।
समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए राउत ने कहा, "सीपी राधाकृष्णन निस्संदेह महाराष्ट्र के राज्यपाल हैं, उनका व्यक्तित्व संतुलित है। अगर महाराष्ट्र के राज्यपाल उपराष्ट्रपति बनते हैं, तो हमें खुशी होगी, लेकिन पहले चुनाव होंगे। भारत गठबंधन फ़ैसला लेगा, मैं नहीं कह सकता कि वह फ़ैसला क्या होगा, लेकिन आज हम इस पर चर्चा करेंगे और फ़ैसला लेंगे।"