- यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है... ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला पर चर्चा के दौरान विपक्ष द्वारा किए गए हंगामे पर राजनाथ सिंह भड़के

यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है... ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला पर चर्चा के दौरान विपक्ष द्वारा किए गए हंगामे पर राजनाथ सिंह भड़के

केंद्रीय राज्य मंत्री जितेंद्र सिंह ने तंज कसते हुए कहा कि विपक्ष धरती से नाराज़ है, आसमान से नाराज़ है और आज तो अंतरिक्ष से भी नाराज़ दिख रहा है।

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इस बात पर नाराज़गी जताई कि विपक्ष के हंगामे के कारण भारतीय वायुसेना के ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला की अंतरिक्ष स्टेशन यात्रा पर चर्चा नहीं हो पाई। सोमवार (18 अगस्त, 2025) को लोकसभा में शुभांशु शुक्ला की अंतरिक्ष स्टेशन यात्रा और उसके बाद उनकी वापसी पर विशेष चर्चा होनी थी। केंद्रीय राज्य मंत्री जितेंद्र सिंह ने चर्चा शुरू भी की, लेकिन विपक्ष के हंगामे के कारण यह नहीं हो पाई और सदन की कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी।

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि जिस तरह विपक्ष ने सदन में हंगामा किया और सदन को चलने नहीं दिया, वह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। यह चर्चा भारत के 'अंतरिक्ष कार्यक्रम और 2047 के विकसित भारत में उसकी भूमिका' विषय पर होनी थी। राजनाथ सिंह ने कहा, 'यह चर्चा राष्ट्रीय उपलब्धि और देश के सम्मान, स्वाभिमान तथा भविष्य की वैज्ञानिक एवं राष्ट्रीय सुरक्षा संभावनाओं से जुड़ी है। विपक्ष ने जिस तरह से इसमें बाधा डाली, आज उनका व्यवहार बेहद निराशाजनक रहा है।'

आईएएनएस की रिपोर्ट के अनुसार, लोकसभा में विपक्ष के हंगामे के बीच केंद्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने इस विषय पर अपने विचार रखे और कहा कि जब देश अंतरिक्ष की उपलब्धियों का जश्न मना रहा है, तब विपक्ष देश के वैज्ञानिकों को अंतरिक्ष से जुड़ी उपलब्धियों के लिए बधाई देने तक को तैयार नहीं है।

शुभांशु शुक्ला का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि वह न केवल एक अंतरिक्ष वैज्ञानिक हैं, बल्कि एक अनुशासित सिपाही भी हैं। जितेंद्र ने विपक्ष पर तंज कसते हुए कहा कि आप धरती से नाराज हैं, आप आसमान से नाराज हैं और आज आप अंतरिक्ष से भी नाराज दिख रहे हैं। आज दुनिया भारत की क्षमताओं के आगे नतमस्तक है। शुभांशु शुक्ला इस मिशन के बाद राजधानी दिल्ली लौट आए हैं।

उन्होंने कहा कि 'ऑपरेशन सिंदूर' के दौरान भी अंतरिक्ष विभाग और अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी की जो भूमिका थी, उस भूमिका को निभाने के लिए जो तकनीक थी, वह भी मोदी सरकार के पिछले 10 वर्षों में आई है। जितेंद्र सिंह के बोलने के बाद, जब इस विषय पर चर्चा का अवसर आया, तो हंगामा और बढ़ गया, जिसके कारण सदन की कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी।

लोकसभा की कार्यवाही स्थगित होने के बाद रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, 'आज लोकसभा में भारतीय वायु सेना के ग्रुप कैप्टन और इसरो मिशन पायलट शुभांशु शुक्ला की अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन की यात्रा और उसके बाद वापसी पर विशेष चर्चा के दौरान विपक्ष ने जिस तरह सदन में हंगामा किया और सदन को चलने नहीं दिया, वह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है।'

उन्होंने कहा कि विपक्ष चर्चा में भाग ले सकता था और भारत के अंतरिक्ष कार्यक्रम की रचनात्मक समीक्षा, आलोचना और सुझाव दे सकता था। अंतरिक्ष जैसे विषय, जो 21वीं सदी के भविष्य में भारत के वैज्ञानिक और सामरिक दृष्टिकोण से अत्यंत महत्वपूर्ण हैं, को कम से कम दलगत राजनीति से ऊपर तो रखा ही जाना चाहिए था।

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