समाज बंधुओं ने बढ़ चढ़कर लिया भाग, जगह-जगह हुआ स्वागत
डबरा (बेजोड रत्न)। अखिल भारतीय धोबी महासंघ के द्वारा धोबी रजक समाज के जननायक राष्ट्रीय संत गाडगे जी महाराज की जयंती महोत्सव के चलते रविवार को समाज बंधुओं के द्वारा गाडगे जी के छायाचित्र को रथ में बिठाकर भव्य चल समारोह निकाला गया जिसमें समाज बंधुओं ने बढ़-चढ़कर भाग लिया और जगह-जगह चल समारोह का स्वागत किया गया। रेस्ट हाउस के पास स्थित देवस्थान से चल समारोह निकाला गया..........
रविवार को अखिल भारतीय धोबी महासंघ इकाई भितरवार द्वारा अपने आराध्य राष्ट्रीय संत गाडगे जी महाराज की जयंती महोत्सव के चलते नगर के वार्ड क्रमांक 6 रेस्ट हाउस के पास स्थित देवस्थान से चल समारोह निकाला गया जो करैरा तिराहा होते हुए नगर के मुख्य तिराहे पर पहुंचा और नया बस स्टैंड और पुराना बाजार होते हुए नगर के सुप्रसिद्ध प्राचीन खेड़ापति माता मंदिर प्रांगण पहुंचा जहां समाज बंधुओं के द्वारा राष्ट्रीय संत और अपने आराध्य गाडगे जी महाराज की पूजा अर्चना करते हुए चल समारोह का समापन किया गया।
वह त्याग और बलिदान की विभूति थे.......
इस दौरान नगर में निकले चल समारोह में साथ चल रहे समाज के महिला पुरुषों ने जमकर नाचते गाते हुए चल समारोह को और भी ज्यादा उत्साही बना दिया जिसके चलते नगर में जगह-जगह लोगों ने चल समारोह का स्वागत करते हुए पुष्प वर्षा की। वॉइस समापन अवसर पर चल समारोह में मुख्य अतिथि के तौर पर चल रहे अखिल भारतीय धोबी महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष राकेश वर्मा द्वारा उपस्थित समाज बंधुओं को संबोधित करते हुए कहा कि राष्ट्रीय संत गाडगे जी महाराज का जन्म 23 फरवरी 1806 तर्को महाराष्ट्र के अमरावती जिले के शेण गांव के अंजनगांव में हुआ था और वह त्याग और बलिदान की विभूति थे। टूटे-फूटे मकान में रहो पर बच्चों को शिक्षा दिए बिना ना रहो.......
वहीं उन्होंने संत गाडगे महाराज के विचारों के संबंध में बताते हुए कहा कि संत गाडगे महाराज कहते जी की शिक्षा बड़ी चीज है। पैसे की तंगी हो तो खाने के बर्तन बेच दो, औरत के लिए कम दाम के कपड़े खरीदो, टूटे-फूटे मकान में रहो पर बच्चों को शिक्षा दिए बिना ना रहो। आधुनिक भारत को जिन महापुरुषों पर गर्व होना चाहिए उनमें राष्ट्रीय संत गाडगे बाबा का नाम सर्वोपरि रूप से आता है। वह मानवता के सच्चे हितैषी, सामाजिक समरसता के घोतक के रूप में यदि किसी को माना जाता है तो वह संत श्री गाडगे थे।
समाज का नाम रोशन करने वाले बच्चों को भी पुरस्कृत किया गया.......
वही श्री वर्मा ने उपस्थित सभी समाज बंधुओं से अपने बच्चों को संत श्री के बताए मार्ग पर चलने और बेटा हो या बेटी सबको समान शिक्षा से जोड़ने की बात कहीं। इस अवसर पर अन्य समाज बंधुओं ने भी अपने अपने विचार व्यक्त किए। इस दौरान समाज में उत्कृष्ट कार्य करने वाले समाज बंधुओं के अलावा समाज के बोर्ड परीक्षा में सर्वोच्च अंक प्राप्त कर समाज का नाम रोशन करने वाले बच्चों को भी पुरस्कृत किया गया। इस दौरान सैकड़ों महिला पुरुष और बच्चे भी उपस्थित रहे।