डबरा घनश्याम बाबा (बेजोड रत्न ब्यूरो)। जहां एक ओर मप्र सरकार बजट पेश कर रही थी
वहीं दूसरी ओर तेल कंपनियों द्वारा घरेलू गैस-सिलेण्डरों की कीमतों में 50 रूपये की बढोत्तरी की है। 50 रूपये बढोत्तरी होने से महिलाओं की किचिन का बजट बिगड गया है, सरकार लगातार घरेलू गैस सिलेण्डरों पर दामों का इजाफा करती जा रही है, जिस महंगाई की मार से आम आदमी त्रस्त हो चुका है। 50 रूपये वृद्धि होने के बाद अब गैस सिलेण्डर की कीमत 1186.50 रूपया हो जाएगी। वहीं घरेलू गैस के अलावा कॉमर्शियल गैस-सिलेण्डरों की कीमत में भी इजाफा हुआ है, बढी हुई कीमते तत्काल प्रभाव से लागू कर दी गई है। कॉमर्शियल गैस-सिलेण्डर पर 350 रूपये की वृद्धि के बाद 19 किलो का गैस सिलेण्डर अब 2331
रूपए का हो गया है। दरअसल, विगत 7 वर्षों से लगातार महंगाई बढती जा रही है, केन्द्र सरकार का महंगाई पर कोई भी कंट्रोल नहीं है चाहे पेट्रोल, डीजल की बात हो या फिर सरसों का तेल, दालें, धनिया, मिर्ची, चावल, गेंहू के अलावा किचिन से संबंधित कई ऐसी चीजें है जिन पर महंगाई की मार है। किचिन में काम करने वाली महिला का बजट लगातार महंगाई से गडबडा गया है, दिन-प्रतिदिन महंगाई पर महंगाई बढती जा रही है जिससे मध्यमवर्गीय परिवार दो जून की रोटी के लिए परेशान होने लगा है। लगातार बेरोजगारी बढने से हालात गंभीर बनते जा रहे है। ऐसी स्थिति में इंसान अपने परिवार का पालन-पोषण भी करें तो कैसे..?
इनका कहना.......
केन्द्र सरकार का तेल कंपनियों पर कोई भी प्रभाव नहीं है इसलिए तेल कंपनियां केन्द्र सरकार के साथ मिलकर लगातार घरेलू और कॉमर्शियल गैस सिलेंडरों के दामों में इजाफा कर रही है। इस महंगाई से मध्यम वर्ग परिवार परेशान है। महिलाओं के घर का बजट बिगडता जा रहा है, घर के अंदर रोज उपयोग होने वाली वस्तुएं जिसमें खाद्य पदार्थों पर अत्यधिक महंगाई है, सरकार को इसके बारे में सोचना चाहिए। आम जनता के प्रति सरकार की सोच कमजोर होती जा रही है।
सुनीता महाराज सिंह राजौरिया कांग्रेस पार्षद एवं गृहिणी
विगत 7 वर्षों से लगातार महंगाई बढती जा रही है, महंगाई पर किसी प्रकार का कंट्रोल केन्द्र सरकार का नहीं है और ऊपर से घरेलू गैस-सिलेण्डर पर 50 रूपये बढा दिए जिससे महिलाओं का बजट काफी गडबडा गया है। इस प्रकार लगातार दामों की बढोत्तरी से मध्यम परिवार के सामने विषम परिस्थिति पैदा हो गई है, ऐसी स्थिति में अब महिलाएं कहीं न कहीं गैस-सिलेण्डरों से दूरी न बना लें। वर्तमान परिवेश में खाद्य पदार्थों में भी लगातार महंगाई की मार है।
रेनू परसेडिया गृहिणी एवं जिला अध्यक्ष महिला उत्पीडन निवारण प्रकोष्ठ कांग्रेस