ईरान के निर्वासित क्राउन प्रिंस रेजा शाह पहलवी ने एक बार फिर ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई पर आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि ईरान में सत्ता परिवर्तन के बाद ही शांति स्थापित हो सकती है।
नई दिल्ली। इजरायल-ईरान संघर्ष में अमेरिका के उतरते ही पूरी दुनिया सकते में है। अमेरिका ने रविवार सुबह ईरान के तीन महत्वपूर्ण परमाणु स्थलों को नष्ट कर दिया है। वहीं, अमेरिका की इस कार्रवाई के बाद दुनिया ईरान की जवाबी कार्रवाई का इंतजार कर रही है।
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इस बीच, ईरान के निर्वासित क्राउन प्रिंस रेजा शाह पहलवी ने एक बार फिर ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई पर आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि ईरान में सत्ता परिवर्तन के बाद ही शांति स्थापित हो सकती है।
'ईरान के लोगों के हितों को दांव पर लगा दिया गया है'
ईरान के तीन परमाणु स्थलों पर हमले पर प्रतिक्रिया देते हुए रेजा शाह पहलवी ने लिखा, ईरान के तीन परमाणु स्थलों पर हमला इस्लामिक रिपब्लिक की परमाणु हथियारों की विनाशकारी खोज का नतीजा है, जिसने ईरान के लोगों के हितों को दांव पर लगा दिया है।
अली खामेनेई और उनके ढहते आतंकवादी शासन ने राष्ट्र को विफल कर दिया है।
रज़ा शाह ने खामेनेई से अपील की कि वे अपने भूमिगत बंकर से जवाबी कार्रवाई करने के बजाय ईरानी लोगों के हित में इस्तीफा दे दें, ताकि गौरवशाली ईरानी राष्ट्र इस्लामी गणराज्य के विनाशकारी युग को पीछे छोड़ सके और शांति, समृद्धि और महानता का एक नया अध्याय शुरू कर सके।
उन्होंने यह भी कहा कि ईरान में शांति बहाल करने का एकमात्र निश्चित तरीका इस शासन (खामेनेई शासन) का अंत है।