नई दिल्ली । कई राज्यों के राजभवनों द्वारा विधेयकों को दबाए रखने को लेकर विवाद के बीच, केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने राज्य सरकार पर कई मौकों पर सीमा पार करने का आरोप लगाकर पुष्टि की कि वह संविधान के अनुसार काम कर रहे हैं। उन्होंने सवाल किया कि क्या उन्होंने कभी राज्य में संकट पैदा किया है। उनकी टिप्पणी उस समय आई है, जब विजयन सरकार ने राज्यपाल द्वारा कुछ विधेयकों पर हस्ताक्षर नहीं करने और इस अनिश्चित काल तक विलंबित करने का मुद्दा उठाकर सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया।
मुझे एक उदाहरण दिखाओ जहां मैंने सीमा लांघी हो। मेरी अपनी सरकार ने कितनी बार सीमा पार की है, इसकी एक लंबी सूची है। तब संकट कौन पैदा कर रहा है? राज्यपाल खान ने आरोप लगाकर पूछा कि राज्य काफी समय से पेंशन और वेतन का भुगतान नहीं कर रहा है। उन्होंने सरकार द्वारा प्रायोजित वार्षिक कार्यक्रम केरलियम का भी जिक्र कर कहा कि राज्य में बड़ा जश्न मनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि हम बड़ा जश्न मना रहे हैं। हम दस लाख रुपये की लागत से स्विमिंग पूल बना रहे हैं। राज्यपाल ने पहले राज्य सरकार पर विधायिका का उपयोग अपने उद्देश्य से इतर उद्देश्यों के लिए करने का आरोप लगाया था। उन्होंने दावा किया कि राज्यपाल की पूर्व अनुमति के बिना राज्य विधानसभा में धन विधेयक पारित नहीं किया जा सकता है।