पटना । बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कहा है कि प्रवर्तन निदेशालय के नए समन में कुछ नया नहीं है। ईडी ने तेजस्वी यादव से शुक्रवार को दिल्ली में पेश होने को कहा है। दिल्ली से तीन दिनों की यात्रा के बाद पटना लौटे यादव ने कहा कि ईडी के समन में कुछ भी नया नहीं है। उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्रीय एजेंसियां भारतीय जनता पार्टी के निर्देशों के अनुसार काम कर रही हैं। इन सभी एजेंसियों ईडी, सीबीआई और आईटी विभाग ने मुझे पहले भी कई बार बुलाया है और मैं हर बार विधिवत पेश हुआ हूं, लेकिन अब राष्ट्रीय जनता दल के युवा नेता जमीन के बदले नौकरी घोटाले में जांच एजेंसियों की जांच के दायरे में हैं। ईडी ने यादव के अलावा उनके पिता और राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद को भी समन जारी किया है।
यादव ने कहा कि मैंने हमेशा कहा है कि यह इन एजेंसियों की गलती नहीं है जिन्हें इतने दबाव में काम करने के लिए मजबूर किया जा रहा है, लेकिन मुझे यह बताना होगा कि कुछ समय पहले मैंने जो भविष्यवाणी की थी वह सच हो गई है। मैंने कहा था कि राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव खत्म होते ही ये एजेंसियां फिर से काम पर लग जाएंगी और बिहार, झारखंड और दिल्ली पर अपना निशाना साधेंगी। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के साथ क्या हो रहा है। आम आदमी पार्टी के संस्थापक केजरीवाल ईडी के समक्ष बृहस्पतिवार को पूछताछ के लिए एक बार फिर पेश नहीं हुए और आरोप लगाया कि समन राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों के इशारे पर जारी किए गए हैं
जो विपक्ष की आवाज दबाना चाहते हैं। केजरीवाल को ईडी ने बृहस्पतिवार को आबकारी नीति से जुड़े धन शोधन मामले में पूछताछ के लिए बुलाया था, लेकिन वह बुधवार को 10 दिवसीय विपश्यना ध्यान सत्र के लिए चले गए। बिहार के उपमुख्यमंत्री 19 दिसंबर को इंडिया गठबंधन की बैठक में शामिल हुए थे। उन्होंने मीडिया के एक वर्ग में आई उन खबरों का खंडन किया कि राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उनके पिता के बीच खराब संबंधों के कारण कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे द्वारा बैठक की मीडिया को जानकारी दिए जाने के समय दोनों में से कोई भी वहां मौजूद नहीं था।