प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी कहा कि एक दो महीने पहले गडकरी ने भी कहा लेकिन इन लोगों के कहने से किसी की भावना आहत नहीं होती है। अगर स्वामी प्रसाद मौर्या कह देते हैं कि हिंदू धर्म, धर्म नहीं है, बल्कि एक धोखा है। नई दिल्ली के जंतर मंतर पर मिशन जय भीम के बैनर तले राष्ट्रीय बौद्ध और बहुजन अधिकार सम्मलेन में स्वामी ने कहा, जिसे हम हिंदू धर्म कहते हैं वह कुछ लोगों के लिए धंधा है। जब हम कहते हैं कि यह यह कुछ लोगों के लिए धंधा है तो पूरे देश में भूचाल मच जाता है।
जब वही चीज मोहन भागवत कहते हैं, माननीय मोदी जी कहते हैं, गडकरी जी कहते हैं तो किसी की भावना आहत नहीं होती, वही चीज स्वामी प्रसाद मौर्य कहते हैं तो उनकी भावनाएं इतनी कमजोर होती हैं कि आहत हो जाती हैं। पिछले विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा छोड़कर सपा में गए स्वामी प्रसाद मौर्य हिंदू और हिंदुत्व को लेकर लगातार विवादित बयान दे रहे हैं। उनके बयानों पर को लेकर कई बार सपा को किरकिरी का सामना करना पड़ा है। अब 2024 लोकसभा चुनाव में पार्टी को इस बात की आशंका सताने लगी है कि कहीं ना कहीं उनके बयानों से नुकसान हो सकता है। यही वजह है कि खुद अखिलेश यादव ने भी ऐसे बयानों पर अंकुश लगाने की बात कही है।