कांग्रेस के दो सीएम पाकिस्तान को लेकर अलग-अलग राय रख रहे हैं। एक तरफ तेलंगाना के सीएम रेवंत रेड्डी ने कहा कि पाकिस्तान को दो हिस्सों में बांट दो और पीओजेके को भारत में मिला दो। वहीं दूसरी तरफ कर्नाटक के सीएम सिद्धारमैया ने शनिवार को कहा कि इस समय पाकिस्तान के खिलाफ युद्ध छेड़ने की जरूरत नहीं है।
हैदराबाद। तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने गुलाम जम्मू-कश्मीर को वापस भारत में मिलाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान को दो हिस्सों में बांट दो और पीओजेके को भारत में मिला दो। हम 140 करोड़ भारतीय आपके साथ हैं। यह राजनीति करने का समय नहीं है। हम इस लड़ाई में अपने प्रधानमंत्री का साथ देंगे।
कांग्रेस नेता रेड्डी हाल ही में पहलगाम में हुए आतंकी हमले के विरोध में हैदराबाद में निकाले गए कैंडल मार्च के बाद वहां मौजूद लोगों को संबोधित कर रहे थे। यह कार्यक्रम आतंकवाद के खिलाफ एकजुटता दिखाने और हमले के पीड़ितों को श्रद्धांजलि देने के लिए आयोजित किया गया था। रेड्डी ने कहा कि जब आतंकियों ने हमारे नागरिकों पर हमला किया है, तब देश के 140 करोड़ लोगों ने इस हमले को दिल से लिया है। अब जवाब देने का समय है।
उन्होंने यह भी कहा कि तेलंगाना के चार करोड़ लोग और 100 से अधिक देशों के प्रतिनिधि आतंकवाद के खिलाफ एक साथ खड़े हैं। ऐतिहासिक संदर्भ देते हुए रेड्डी ने पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी द्वारा 1967 और 1971 में किए गए सैन्य अभियानों का जिक्र किया। उन्होंने कहा, प्रधानमंत्री मोदी जी, 1967 में जब चीन ने हमला किया तो इंदिरा जी ने जोरदार जवाब दिया। फिर 1971 में जब पाकिस्तान ने हमला किया तो इंदिरा जी ने फिर मुंहतोड़ जवाब दिया और पाकिस्तान को दो हिस्सों में बांट दिया, जिससे बांग्लादेश का निर्माण हुआ।
कड़े कदम उठाने की जरूरत पर बल देते हुए रेड्डी ने कहा कि अब पाकिस्तान की हरकतों का जवाब देने का समय आ गया है। हमें निर्णायक कदम उठाने होंगे। बातचीत का समय खत्म हो गया है। अब मुंहतोड़ जवाब देने का समय आ गया है।
इस बीच, पहलगाम में आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान के खिलाफ युद्ध छेड़ने पर चल रही बहस के बीच कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने शनिवार को कहा कि इस समय पाकिस्तान के खिलाफ युद्ध छेड़ने की जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा कि सुरक्षा के कड़े कदम उठाए जाने चाहिए। शांति होनी चाहिए, लोग सुरक्षित महसूस करें और केंद्र सरकार को प्रभावी सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित करनी चाहिए।
केंद्र सरकार द्वारा सुरक्षा में चूक की बात स्वीकार करने के बारे में पूछे जाने पर कांग्रेस सरकार के मुखिया ने कहा कि पहलगाम आतंकी हमले के पीछे सुरक्षा में चूक के बारे में मैंने सच कहा है। उचित सुरक्षा व्यवस्था की जानी चाहिए थी। यह एक पर्यटन स्थल है। इसी इलाके में पहले 40 जवान शहीद हुए थे। उन्हें बेहद सावधान रहना चाहिए था। यह खुफिया और सुरक्षा की विफलता थी। लोगों को लगा कि वे सुरक्षित हैं, लेकिन केंद्र सरकार उन्हें सुरक्षा मुहैया नहीं करा सकी।
सिद्धारमैया ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आतंकी हमले को लेकर लोगों को बेवकूफ बना रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री हमले के बाद केंद्र द्वारा बुलाई गई सर्वदलीय बैठक में शामिल नहीं हुए, लेकिन बिहार में एक चुनावी रैली में शामिल हुए।
कर्नाटक भाजपा ने मुख्यमंत्री की इन टिप्पणियों की आलोचना की। नेता प्रतिपक्ष आर. अशोक ने कहा कि यह कर्नाटक का दुर्भाग्य है कि 40 साल का व्यापक राजनीतिक अनुभव रखने वाले मुख्यमंत्री सिद्धारमैया को यह बुनियादी समझ भी नहीं है कि क्या बोलना है और कब बोलना है। आतंकवादियों की यह हरकत सिर्फ राष्ट्रीय सुरक्षा का मामला नहीं है। यह भारत की संप्रभुता और गरिमा को सीधी चुनौती है। ऐसे में पूरे देश को दलगत राजनीति से ऊपर उठकर एक स्वर में एकजुट होना होगा।