कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद ने भारत-पाकिस्तान संघर्ष के बाद संघर्ष विराम पर साफ कहा कि पाकिस्तान को भारी नुकसान हुआ है, जिसके चलते उसने संघर्ष विराम का प्रस्ताव रखा। उन्होंने इस संबंध में सभी दावों और अफवाहों को खारिज कर दिया। खुर्शीद ने कहा कि भारत ने पाकिस्तान से संपर्क नहीं किया, बल्कि पाकिस्तान के डीजीएमओ ने तनाव कम करने के लिए भारतीय डीजीएमओ से संपर्क किया।
नई दिल्ली। कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद ने भारत-पाकिस्तान संघर्ष के बाद संघर्ष विराम को लेकर दो टूक जवाब दिया है। कांग्रेस नेता ने कहा है कि संघर्ष में पाकिस्तान को भारी नुकसान हुआ है और इसीलिए उसने संघर्ष विराम की पेशकश की। इसके साथ ही उन्होंने संघर्ष विराम से जुड़े सभी दावों और अफवाहों को बकवास करार दिया है। कांग्रेस नेता का यह बयान उनकी पार्टी लाइन से अलग है।
कांग्रेस लगातार संघर्ष विराम में ट्रंप के कथित हस्तक्षेप के दावों पर सरकार से सवाल पूछ रही थी। सलमान खुर्शीद ने कहा कि भारत ने पाकिस्तान से संपर्क नहीं किया, बल्कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान तनाव खत्म करने के लिए पाकिस्तान के डीजीएमओ से संपर्क किया। 'पहले किसने फोन किया?' कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद ने कहा,
"आप में से एक ने पूछा, हमने (युद्ध विराम) क्यों रोका? यह कहना पूरी तरह से बकवास है कि हमने उन्हें (पाकिस्तान को) पहले फोन किया। हमने उन्हें पहले क्यों बुलाया? जब फोन किया गया, तो उसे कौन रिसीव कर रहा था? यह सभी को स्पष्ट है कि फोन पाकिस्तान के डीजीएमओ से भारत के डीजीएमओ को आया था। और जब उन्होंने कहा 'बंद करो', तो हमने रोक दिया और फिर हमने उन पर कोई हमला नहीं किया।"
थरूर ने भी पाकिस्तान को सीख दी
भारत सरकार ने कई देशों में सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल भेजा है। इनमें से एक प्रतिनिधिमंडल में कांग्रेस नेता शशि थरूर भी शामिल हैं। शशि थरूर ने कल पाकिस्तान को सीख दी थी।
शशि थरूर ने कहा था, "पाकिस्तान की सिंधु जल तक पहुंच को निलंबित कर दिया गया क्योंकि हमने आपसी सौहार्द और अच्छे इरादों के साथ समझौते पर हस्ताक्षर किए थे। लेकिन पाकिस्तान लगातार आतंकवाद का समर्थन कर रहा है, इसलिए हमने सिंधु जल संधि को निलंबित कर दिया।"