संसद के मानसून सत्र के दौरान लोकसभा में ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा हुई। इस चर्चा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, विपक्ष के नेता राहुल गांधी और वायनाड से सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा ने हिस्सा लिया।
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकवादी हमले में शहीद हुए शुभम द्विवेदी की पत्नी ऐशन्या द्विवेदी ने संसद के मानसून सत्र के दौरान ऑपरेशन सिंदूर पर हुई चर्चा पर अपनी प्रतिक्रिया दी। उत्तर प्रदेश के कानपुर की रहने वाली ऐशन्या ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रायबरेली से सांसद और विपक्ष के नेता राहुल गांधी और केरल के वायनाड लोकसभा क्षेत्र से सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा के संबोधन पर अपनी राय रखी। ऐशन्या ने कहा कि प्रियंका और राहुल ने भी शुभम का नाम लिया। मैं उनका धन्यवाद करती हूँ। हालाँकि मुझे उम्मीद थी कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी सभी 26 लोगों का नाम लेंगे, लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया, जिसका मुझे दुख है।
पहलगाम आतंकवादी हमले के पीड़ित शुभम द्विवेदी की पत्नी ऐशन्या द्विवेदी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लोकसभा में दिए गए भाषण पर कहा, 'प्रधानमंत्री ने आज विस्तार से सब कुछ कहा। पहलगाम हमले के तुरंत बाद विपक्ष ने सवाल उठाया कि सरकार कुछ क्यों नहीं कर रही है। फिर ऑपरेशन सिंदूर हुआ। जब ऑपरेशन रोक दिया गया, तो उन्होंने फिर सवाल उठाना शुरू कर दिया कि हम कुछ क्यों नहीं कर रहे हैं।'
शुभम की पत्नी ने कहा कि प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार हर संभव प्रयास कर रही है, उसे बार-बार अपनी हरकतों को साबित करने की ज़रूरत नहीं है।
'एक बात जिसने मुझे सबसे ज़्यादा आहत किया...'
उन्होंने कहा कि एक बात जिसने मुझे सबसे ज़्यादा आहत किया, वह यह थी कि प्रधानमंत्री ने उन 26 लोगों का कोई ज़िक्र नहीं किया। प्रियंका गांधी और राहुल गांधी ने उन 26 पीड़ितों का ज़िक्र किया और मैं इसके लिए उनका धन्यवाद करती हूँ। मुझे उम्मीद थी कि प्रधानमंत्री उन 26 लोगों का ज़िक्र करेंगे, लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया।
ऐष्ण्या ने कहा कि संघर्ष विराम रोकना हमारे सशस्त्र बलों और सरकार का फ़ैसला रहा होगा और इसमें किसी तीसरे देश की कोई भूमिका नहीं होगी। हमारा देश अपने निर्णय स्वयं लेने में सक्षम है।