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रूस्तमजी संस्थान में यू.पी.एस.सी. एवं सिविल सर्विसेज की तैयारी कैसे करें पर कार्यशाला आयोजित की गई
डबरा (बेजोड रत्न ब्यूरो)। सीमा सुरक्षा बल अकादमी स्थित रूस्तमजी इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में शुक्रवार को मुदित चन्द्रा, आई.आर.पी.एस., ज्वाइंट सेक्रेटरी, भारतीय रेलवे द्वारा यू.पी.एस.सी. एवं सिविल सर्विसेज की तैयारी हेतु विशेष व्याख्यान का आयोजन किया गया। मुदित चन्द्रा ने बताया कि तैयारी के प्रारंभिक चरण में इथिक्स एवं कम्यूनिकेशन स्किल्स की शुरूआत बी.टेक. प्रथम वर्ष से की जाना चाहिये। इतिहास, अर्थशास्त्र एवं भूगोल आदि विषय की शुरूआत एन.सी.ई.आर.टी. की किताबों से करना चाहिए तथा एच्छिक विषय की तैयारी के लिए 10 वर्ष के क्वशचन पेपर्स पर फोकस करना चाहिए।
बी.टेक. के छात्र-छात्राओं को यू.पी.एस.सी. की तैयारी के लिये यह सही समय है......
इस कार्यशाला में छात्र-छात्राओं द्वारा पूछे गये प्रश्न के उत्तर में श्री चन्द्रा ने बताया कि नॉलेज को बढ़ाने के लिये निरन्तर किताब का अध्ययन करें तथा इंटेलीजेन्सी को बढ़ाने के लिये छात्र-छात्राओं के दिमाग में सदैव पाँच प्रश्न क्या, क्यों, कैसे, कब और अब आना चाहिए। अन्य प्रश्नों के उत्तर में उन्होंने बतलाया कि यू.पी.एस.सी. की तैयारी के साथ हमेशा प्लान बी. तैयार रखना चाहिये साथ ही सीक्वेंसियल प्रोसेसिंग की जगह समानान्तर प्रोसेसिंग करना चाहिए। कार्यक्रम में पूर्व निदेशक एवं डायरेक्टर सीमा सुरक्षा बल अकादमी डॉ. जी.पी. भटनागर ने बताया कि बी.टेक. के छात्र-छात्राओं को यू.पी.एस.सी. की तैयारी के लिये यह सही समय है।
कार्यशाला में ये प्रोफेसर रहे मौजूद.......
इस अवसर पर संस्थान के मुख्य प्रशासक अजित कुमार पि, डॉ. रश्मि शाह, डॉ. मनोज शर्मा, रजिस्ट्रार डॉ. उमाशंकर शर्मा आदि मुख्य रूप से उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन एवं अभिव्यक्ति के सदस्य कुनाल सिंह ने किया, अन्त में आभार व्यक्त डॉ. योगिता वर्मा असि.प्रो. द्वारा किया गया।
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