दी चेतावनी, अगर व्यवस्थाएं नहीं सुधरी तो होगा बडा आंदोलन
डबरा। डबरा अंचल का एक मात्र महाविद्यालय जिस महाविद्यालय में प्रोफेसरों द्वारा विद्यार्थियों को शिक्षा देकर तराशा जाता है लेकिन जब उसी महाविद्यालय में प्रोफेसर समय पर न आए तो स्वाभाविक है ऐसी स्थिति में शिक्षा तो दूर विद्यार्थी को वह ज्ञान भी प्राप्त नहीं होगा जो कॉलेज में एक विद्यार्थी को होना चाहिए। सबसे बडी खास बात तो ये है कि शासकीय वृन्दासहाय महाविद्यालय प्रशासन शासन के नियमों का उल्लंघन कर रहा है और जब कोई छात्र शिक्षकों की असमय स्थिति और समय से पहले जाने को लेकर विरोध करता है तो विद्यालय प्रबंधक ऐसे विद्यार्थियों का विरोध करने लगता है। पदाधिकारियों ने विद्यालय के प्रोफेसरों पर आरोप लगाया है कि जब कोई विद्यार्थी सहायता केन्द्र न होने के बारे में पूछता है तो प्रोफेसरों द्वारा विद्यार्थियों के साथ उचित व्यवहार नहीं किया जाता जो कि विद्यार्थियों के मौलिक अधिकरों को हनन है जिसे अभविप किसी भी कीमत पर सहन नहीं करेगी। जिसको लेकर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के पदाधिकारियों ने महाविद्यालय के प्राचार्य को ज्ञापन सौंपा और ज्ञापन में पदाधिकारियों द्वारा चेतावनी भी दी गई है कि अगर महाविद्यालय प्रशासन ने उक्त मांगो पर अतिशीघ्र कोई ठोस निर्णय नहीं लिया तो अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद द्वारा विद्यार्थियों के हितों को लेकर आंदोलन किया जाएगा।
महाविद्यालय मे हो रही अनियमितताओं से अवगत एवं कार्यवाही हेतु
- शा. प्रन्दासहाय महा. पि. डबरा मे शिक्षको की असमय उपस्थिति एवं समय से पहले’ चले जाना
- शासन के नियमो का उल्लंधन करना
- शिक्षको के अभद्र व्यवहार के कारण विद्यार्थीयो के मनोबल को तोड़ना
- विद्यार्थीयो द्वारा शिक्षको से कक्षा लगाने की बोलने पर अपशब्द बोलकर विद्यार्थीयो को भगाना
- महाविद्यालय मे परिक्षाएँ चल रही है और विद्यार्थीयो के लिए ‘सहायता केन्द्र’ की व्यवस्था नही हैं तथा शिक्षको से पूछने पर शिक्षको द्वारा अभद्र व्यवहार करना।
विद्यार्थी सहायता केन्द्र तत्काल प्रभाव से लागू किया जाए.......
उपयुक्त परिस्थितियो के बाद भी शिक्षको की पूर्ण उपस्थिति शासन को भेजी जा रही है, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद मांग करती है उक्त विषयो को तत्काल संज्ञान मे लेकर कार्यवाही करें एवं विद्यार्थी सहायता केन्द्र लगाया जाए अन्यथा विद्यार्थी परिषद तीन दिन के बाद उग्र आन्दोलन करेगी जिसकी समस्त जिम्मेदारी महाविद्यालय प्रशासन की होगी। नगर मंत्री आयुष मिश्रा, जिला संयोजक कृष्णा सांवला, महाविद्यालय अध्यक्ष योगेश तिवारी, मंत्री महक पचोरिया एवं समस्त कार्यकारिणी उपस्थित थे।