नई दिल्ली। सवाल के बदले पैसों के आरोपों का सामना कर रही सांसद महुआ मोइत्रा के पूर्व मित्र एवं वकील जय अनंत देहाद्रई ने महुआ पर तंज कसा है। उन्होनें कहा है कि भूलने की बीमारी खत्म होने पर दो करोड़ रुपये मिल जाएंगे, लेकिन फर्नीचर और रोलेक्स नहीं मिलेंगे। महुआ पर ताजा तंज कसते हुए जय अनंत ने उन्हें बुनियादी तौर पर झूठा करार देते हुए कहा कि उन्हें बताना चाहिए कि मिस्ट्री टाइपिस्ट को सवाल कैसे भेजे गए। उन्होंने कहा, दुबई से सवाल किए गए। कैनिंग लेन में नरेंद्र मोदी को गाली देने वाले भाषण दिए गए। जब भूलने की बीमारी खत्म हो जाएगी, तो फर्नीचर और रोलेक्स को छोड़कर 2 करोड़ रुपये भी मिल जाएंगे।
जय अनंत देहाद्रई की शिकायत के अनुसार, महुआ मोइत्रा ने उद्योगपति दर्शन हीरानंदानी से संसद की वेबसाइट पर पहुंच के बदले में 2 करोड़ रुपये लिए थे। इस मामले लोक सभा आचार समिति ने मामले की जांच पूरी कर ली है और महुआ मोइत्रा को लोकसभा से निष्कासित करने की सिफारिश करने वाली मसौदा रिपोर्ट सौंप दी है। इस बीच तृणमूल कांग्रेस ने संसद महुआ मोइत्रा को नादिया जिला अध्यक्ष का पद सौंप दिया है।
महुआ मोइत्रा ने आचार समिति के फैसले को कंगारू कोर्ट की ओर से पूर्व निर्धारित करार दिया और कहा कि अगर उन्हें मौजूदा लोकसभा से निष्कासित किया जाता है तो वह बड़े जनादेश के साथ अगली लोकसभा में वापसी करेंगी। संसद की साइट पर लॉगिन करने के बारे में महुआ मोइत्रा ने कहा कि उन्होंने दर्शन हीरानंदानी के साथ पासवर्ड साझा किया था ताकि हीरानंदानी के कर्मचारियों द्वारा उनके प्रश्न टाइप किए जा सकें। महुआ मोइत्रा ने मंगलवार को भाजपा सांसद निशिकांत दुबे पर 2014 के एक समाचार आलेख को साझा किया कि दुबे और उनकी पत्नी पर कथित तौर पर 2 करोड़ रुपये मांगने का मामला दर्ज किया गया था। महुआ मोइत्रा ने लिखा, स्पष्ट रूप से मेरे खिलाफ शिकायत पर दो करोड़ रुपये की काल्पनिक नकदी संदिग्ध पात्रों की मदद से बनाई गई, जिनका दो करोड़ रुपये के लेनदेन का इतिहास है। निशिकांत दुबे ने जय अनंत देहाद्रई की के आरोपों को लोकसभा के सभापति के पास भेज दिया था, जिसके बाद जांच शुरू की गई थी।