गाजा। इजरायल की सेना ने गाजा के सबसे बड़े अल-शिफा अस्पताल से बड़ी संख्या में हथियार मिलने की बात कही है। ये हथियार आतंकी संगठन हमास के लड़ाकों के बताए जा रहे हैं। इजरायली सेना का कहना है कि हमास ने एमआरआई मशीनों तक में हथियार छिपा रखे थे। इजरायली सेना ने माना है कि उन्हें यहां हमास के कमांड सेंटर का पता नहीं चला है और ना ही सुरंगों की जानकारी मिल पाई है। लेकिन इतना साफ है कि अस्पताल को आतंकी बेस के तौर पर इस्तेमाल किया जा रहा था। इजरायल की सेना ने अस्पताल में रेड मारी थी और गहनता से एक-एक वार्ड और मशीनों तक की जांच की गई।
तभी एमआरआई मशीनों तक से एके-47 राइफलें और तमाम गोला बारूद बरामद किया गया। इजराइली सेना के प्रवक्ता लेफ्टिनेंट कर्नल जोनाथन कॉनरिकस ने बताया कि कैसे एमआरआई मशीन से राइफलें, ग्रेनेड, वर्दी और अन्य हथियार पाए गए। उन्होंने कहा कि एक बैग भी मौके से बरामद हुआ है, जिसमें एक लैपटॉप है और उसमें कई इंटेलिजेंस से जुड़ी जानकारियां रखी गई हैं। इजरायली सेना ने कहा कि इन हथियारों का आखिर अस्पताल में क्या काम था। साफ है कि इस अस्पताल को हमास आतंकी बेस के तौर पर यूज कर रहा था।
इजरायल की सेना अस्पताल के अंदर घुसी थी।
इसके बाद सेना ने 16 साल से अधिक आयु के सभी पुरुषों की जांच की थी और उनसे सरेंडर करा लिया था। इस दौरान अस्पताल के बाहर टैकों की तैनाती की गई थी। अब अस्पताल के बाहर बुलडोजर तैनात हैं। इस अस्पताल को गिराने की कार्रवाई भी की जा सकती है। हालांकि इजरायल सरकार या सेना ने इस पर कुछ कहा नहीं है। अस्पताल के डॉक्टरों ने कहा कि इजरायली सेना ने उन्हें आधे घंटे का समय दिया था। इसके बाद वे दाखिल हो गए।इजरायल की सेना ने एंट्री के दौरान बाहर 6 टैंकों को तैनात कर रखा था। हालांकि इजरायल और गाजा प्रशासन इस वाकये को लेकर अलग-अलग बात कह रहे हैं। हमास का कहना है कि अस्पताल में ऐसा कोई ठिकाना नहीं था।