कामना शुभा मिश्रा: भारतीय वायुसेना के ग्रुप कैप्टन और अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला अंतरिक्ष के लिए रवाना हो गए हैं, उन्हें अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन तक पहुंचने में 28 घंटे लगेंगे। अंतरिक्ष मिशन पर जाने से पहले उन्होंने अपनी पत्नी कामना मिश्रा को एक भावुक संदेश लिखा, जो चर्चा में है। उनकी पत्नी कामना जो एक दंत चिकित्सक हैं, उनकी बचपन की दोस्त हैं और उन्होंने बताया कि शुभांशु का पहला प्यार हमेशा से आसमान रहा है। डेढ़ साल की कड़ी ट्रेनिंग के बाद शुभांशु का चयन इसरो के गगनयान मिशन के लिए हुआ।
नई दिल्ली। भारतीय वायुसेना के ग्रुप कैप्टन और अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला () अंतरिक्ष के लिए रवाना हो गए हैं। उन्हें अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन तक पहुंचने में 28 घंटे लगेंगे। उनके साथ कई अन्य क्रू मेंबर भी शामिल हैं। इस बीच शुभांशु द्वारा अपनी पत्नी को लिखा गया संदेश काफी चर्चा में है। अंतरिक्ष मिशन पर जाने से पहले उन्होंने अपनी पत्नी को लिखा, "हम 25 जून को सुबह-सुबह इस ग्रह को छोड़ने की योजना बना रहे हैं, इसलिए मैं इस मिशन में शामिल सभी लोगों को उनके समर्थन के लिए धन्यवाद देना चाहता हूँ और साथ ही घर पर सभी को उनके आशीर्वाद और प्यार के लिए धन्यवाद देना चाहता हूँ।"
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मेरे परिवार और दोस्तों को बहुत-बहुत धन्यवाद जिन्होंने इस यात्रा में मेरा साथ दिया। कभी-कभी आपके करीबी लोग ऐसे त्याग करते हैं जिन्हें आप पूरी तरह से समझ भी नहीं पाते लेकिन वे आपके प्रति अपने प्यार के कारण ऐसा करते हैं। एक बेहतरीन साथी होने के लिए कामना शुभा शुक्ला का विशेष धन्यवाद। आपके बिना यह सब संभव नहीं होता।
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शुंभाशु शुक्ला, भारतीय अंतरिक्ष यात्री
शुंभाशु शुक्ला की पत्नी कौन हैं?
शुंभाशु की पत्नी डॉ. कामना शुक्ला पेशे से डेंटिस्ट हैं। वे शुभाशु की स्कूल की दोस्त हैं। स्कूली पढ़ाई के दौरान ही उनका प्यार परवान चढ़ने लगा था। हालांकि, परिवार की सहमति से उन्होंने शादी भी कर ली।
शुंभाशु और शुभाशु शुक्ला अपने प्राइमरी स्कूल के दिनों से ही साथ हैं। कामना ने एक इंटरव्यू के दौरान बताया था कि वे दोनों कक्षा 3 से ही साथ पढ़ते थे और फिर वे करीबी दोस्त बन गए। कामना ने बताया कि शुभांशु बहुत शर्मीले और शांत स्वभाव के हैं। वे बहुत विनम्र और मृदुभाषी हैं। कामना ने एक इंटरव्यू में कहा था कि शुभांशु का पहला प्यार हमेशा से आसमान रहा है।
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2006 में वायुसेना का हिस्सा बने
शुभांशु शुक्ला उत्तर प्रदेश के लखनऊ से ताल्लुक रखते हैं। उनका जन्म 10 अक्टूबर 1985 को हुआ था। जून 2006 में शुभांशु भारतीय वायुसेना (IAF) की लड़ाकू विंग का हिस्सा बने। शुभांशु के पास लड़ाकू लीडर और अनुभवी टेस्ट पायलट के तौर पर 2000 घंटे की उड़ान का अनुभव है। वायुसेना में रहते हुए शुभांशु ने सुखोई-30, मिग-21, मिग-29, जगुआर, हॉक, डोर्नियर और एन-32 जैसे लड़ाकू विमान उड़ाए हैं।