भारत ने पिछले कुछ दिनों से चल रहे युद्ध को खत्म करने के लिए ईरान और इजरायल के बीच हुए संघर्ष विराम समझौते का भी स्वागत किया है। भारत ने मौजूदा विवाद को खत्म करने के लिए अपनी तरफ से हरसंभव मदद देने की पेशकश भी की है।
नई दिल्ली। भारत ने पिछले कुछ दिनों से चल रहे युद्ध को खत्म करने के लिए ईरान और इजरायल के बीच हुए संघर्ष विराम समझौते का भी स्वागत किया है। भारत ने मौजूदा विवाद को खत्म करने के लिए अपनी तरफ से हरसंभव मदद देने की पेशकश भी की है।
इजराइल और ईरान के बीच संघर्ष विराम की घोषणा
भारतीय विदेश मंत्रालय का यह बयान अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा इजरायल और ईरान के बीच संघर्ष विराम की घोषणा के कुछ ही घंटों बाद आया है। संघर्ष विराम पर अपनी नपी-तुली प्रतिक्रिया देने के साथ ही भारत पूरे खाड़ी क्षेत्र पर नजर बनाए हुए है।
अगर आप देश और दुनिया की ताज़ा ख़बरों और विश्लेषणों से जुड़े रहना चाहते हैं, तो हमारे यूट्यूब चैनल और व्हाट्सएप चैनल से जुड़ें। 'बेजोड़ रत्न' आपके लिए सबसे सटीक और बेहतरीन समाचार प्रदान करता है। हमारे यूट्यूब चैनल पर सब्सक्राइब करें और व्हाट्सएप चैनल पर जुड़कर हर खबर सबसे पहले पाएं।
youtube- https://www.youtube.com/@bejodratna646
भारत ने ऑपरेशन सिंधु चलाया है
मध्य पूर्व में स्थित भारत के सभी दूतावास लगातार वहां रह रहे भारतीय नागरिकों के संपर्क में हैं। दिल्ली को भी इस बारे में लगातार जानकारी दी जा रही है। इस क्षेत्र में भारत के एक करोड़ से ज्यादा नागरिक काम करते हैं। भारत कुछ देशों से अपने नागरिकों को वापस स्वदेश लाने के लिए ऑपरेशन सिंधु चला रहा है।
विदेश मंत्रालय ने अपने बयान में कहा है कि हम ईरान और इजरायल के बीच चल रहे विवाद से जुड़े हर घटनाक्रम पर नज़र रख रहे हैं, जिसमें ईरान के परमाणु ठिकानों पर अमेरिकी हमला और कतर में अमेरिकी सैन्य ठिकानों पर ईरान की जवाबी कार्रवाई शामिल है।
भारत ने संघर्ष विराम का स्वागत किया
इसमें आगे कहा गया है कि हम इस क्षेत्र की सुरक्षा और स्थिरता को लेकर बहुत चिंतित हैं, लेकिन अमेरिका और कतर की मध्यस्थता के कारण ईरान और इजरायल के बीच संघर्ष विराम की सूचना का हम स्वागत करते हैं। इस क्षेत्र से जुड़े कई विवादों को सुलझाने के लिए बातचीत और कूटनीति के अलावा कोई दूसरा विकल्प नहीं है।
भारत अपनी भूमिका निभाने के लिए तैयार है। उसे उम्मीद है कि सभी संबंधित पक्ष शांति और स्थिरता स्थापित करने के लिए मिलकर काम करेंगे। इस बयान से यह स्पष्ट है कि भारत ने ईरान द्वारा अमेरिकी सैन्य ठिकानों पर हमले को जवाबी कार्रवाई के रूप में परिभाषित किया है।
यह भी पढ़िए - पंचायत 4: फुलेरा में कुछ ही घंटों में होगी पंचायत की बैठक, ओटीटी पर चौथा सीजन कब और कहां देखें?
भारत के ईरान और इजरायल दोनों के साथ अच्छे संबंध हैं
भारत उन कुछ देशों में से है, जिनके ईरान और इजरायल दोनों के साथ अच्छे संबंध हैं। इजरायल के साथ युद्ध शुरू होने के बाद ईरान के राष्ट्रपति मसूद मजेशकियन ने बहुत कम वैश्विक नेताओं से बात की है। दो दिन पहले उन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी से बात की थी।
बातचीत का प्रस्ताव ईरान की ओर से ही आया।
बातचीत का प्रस्ताव ईरान की ओर से ही आया। ईरानी राष्ट्रपति के साथ बातचीत में प्रधानमंत्री मोदी ने मध्य पूर्व की स्थिति पर गहरी चिंता व्यक्त की और तनाव कम करने के लिए बातचीत और कूटनीति की वकालत की।