फरीदाबाद में विवाहिता की हत्या कर शव को गड्ढे में दफनाने का मामला सामने आया है, जिसमें ससुर ने अपनी बहू की हत्या से पहले उसके साथ दुष्कर्म किया। इस हत्या की योजना 15 अप्रैल को बनी थी, जिसमें पति और सास भी शामिल थे। घटना वाली रात पति ने पत्नी को नींद की गोलियां खिला दी थीं। फरीदाबाद। विवाहिता की हत्या कर शव को गड्ढे में दफनाने के मामले में पूरा सच सामने आ गया है।
आरोपी ने अपनी बहू की हत्या से पहले उसके साथ दुष्कर्म किया था। उस समय कमरे में उसके अलावा कोई नहीं था। उसका बेटा ग्राउंड फ्लोर पर बने कमरे में था। हां, इतना जरूर है कि युवक और उसकी मां को इस हत्या की पूरी जानकारी थी। योजना के मुताबिक 15 अप्रैल को मृतका की सास को उत्तर प्रदेश के एटा में अपनी भतीजी की शादी में शामिल होने के लिए भेजा गया था। जबकि घटना वाली रात यानी 21 अप्रैल को युवक ने खाने में नींद की गोलियां मिलाकर अपनी पत्नी और बहन को खिला दी थी। बहन ग्राउंड फ्लोर पर अपने कमरे में गहरी नींद में सोई थी और पत्नी अपने बेडरूम में थी।
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नींद की गोलियों के कारण वह बेहोश थी।
तय हुआ कि ससुर अकेले में बहू की हत्या करेगा। इसलिए बेटा ग्राउंड फ्लोर पर बने कमरे में गया। उधर, देर रात ससुर बहू के कमरे में घुस गया और दुपट्टे से उसका गला घोंटने की तैयारी कर रहा था। इस दौरान उसकी नीयत खराब हो गई। हत्या से पहले उसने बेहोश बहू के साथ दुष्कर्म किया, फिर उसका गला घोंट दिया, लेकिन उसने दुष्कर्म के बारे में अपने बेटे और पत्नी को नहीं बताया। कुछ देर बाद उसने बेटे को ऊपर कमरे में बुलाया।
दोनों ने शव को सीढ़ियों से नीचे उतारा और गली में पहले से खोदे गए गड्ढे में फेंक दिया। ऊपर से ईंट और मिट्टी डाल दी। शव को दफनाने के लिए गड्ढा भी खोदा गया था। आसपास के लोगों को बताया गया कि सीवरेज के लिए ऐसा किया गया था। अगले दिन यानी 22 अप्रैल को गली में अफवाह फैल गई कि बहू कहीं गायब हो गई है। कई दिनों तक परिजन उसे तलाशने का ड्रामा करते रहे।
24 अप्रैल को पल्ला थाने में बहू के लापता होने की शिकायत दर्ज कराई गई थी। अब क्राइम ब्रांच ने आरोपी ससुर की पत्नी को भी गिरफ्तार कर लिया है। उसे कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया गया है। वहीं आरोपी ससुर को तीन दिन की रिमांड पूरी होने के बाद गुरुवार को कोर्ट में पेश किया जाएगा। तीसरा आरोपी पति अभी फरार है। 15 अप्रैल को बनी थी हत्या की योजना मूल रूप से यूपी के मैनपुरी के पीते का नंगला इलाके का रहने वाला आरोपी यहां रोशन नगर में अपने परिवार के साथ रह रहा है।
उसके बेटे की शादी दो साल पहले यूपी के फिरोजाबाद जिले के शिकोहाबाद इलाके के मोहल्ला खेड़ा में हुई थी। शादी के बाद से ही महिला और उसके पति के बीच अनबन चल रही थी। इस बात को लेकर परिवार परेशान था। परिवार भी बहू को पसंद नहीं करता था। 15 अप्रैल 2025 को पति, उसके पिता और मां ने कमरे में बैठकर बहू की हत्या की योजना बनाई। योजना के मुताबिक हत्या सिर्फ ससुर की ही करनी थी, ताकि परिवार का कोई और सदस्य फंस न जाए। उधर, आरोपी की भतीजी की शादी एटा, उत्तर प्रदेश में थी।
इसलिए उसने अपनी पत्नी को वहां भेज दिया था। पल्ला थाना पुलिस द्वारा पूछताछ में आरोपी ने यह भी बताया कि घटना के समय उसका बेटा बाहर गया हुआ था, पत्नी शादी में गई हुई थी और बेटी अपने कमरे में कूलर चलाकर सो रही थी। उसने अकेले ही घटना को अंजाम दिया था। ताकि सारा दोष अपने ऊपर ले सके और परिवार के दोनों सदस्यों को बचाया जा सके, लेकिन क्राइम ब्रांच डीएलएफ द्वारा गहन पूछताछ में आरोपी ने सच उगल दिया। पति के मोबाइल फोन की लोकेशन भी घर के पास ही थी। इसलिए क्राइम ब्रांच का शक गहरा गया। आपको बता दें कि शुक्रवार को पुलिस ने महिला के शव को गड्ढे से बाहर निकाला। तब पता चला कि उसकी हत्या की गई है।
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थाना पुलिस की नाकामी सामने आई
इस मामले में पल्ला थाना और नवीन नगर पुलिस चौकी की एक के बाद एक नाकामी सामने आई है। सबसे पहले जब महिला गायब हुई तो उसके मायके वालों ने हत्या का शक जताया था। यहां तक कि अचानक खोदे गए गड्ढे को लेकर भी कई सवाल उठे। मृतका के पिता और बहन ने थाना और चौकी पुलिस से गड्ढा खोदने की गुहार लगाई, लेकिन किसी ने उनकी एक नहीं सुनी।
अगर उनकी सुनवाई होती तो यह हत्याकांड काफी पहले ही सुलझ जाता। दूसरी बड़ी लापरवाही यह रही कि दो दिन की रिमांड पर पल्ला थाना पुलिस ने आरोपी को ही एकमात्र आरोपी मान लिया और दो दिन की रिमांड पर लेने के बाद यह भी पता नहीं लगा पाई कि हत्या क्यों की गई। इस हत्याकांड में और कौन-कौन शामिल है। इसलिए क्राइम ब्रांच डीएलएफ को आरोपी को दोबारा तीन दिन की रिमांड पर लेना पड़ा और सच सामने आ गया। अगर जांच पल्ला थाने पर निर्भर होती तो बाकी आरोपी बच जाते।