नई दिल्ली । इजरायल-हमास के बीच चल रही जंग कब थमेगी, यह कहना फिलहाल मुश्किल है लेकिन युद्ध समाप्ति के बाद गाजा की स्थिति तथा वहां के प्रबंधन और शासन को लेकर मंथन का दौर जारी है। एक और जहां तुर्किए ने कहा है कि युद्ध समाप्ति के बाद वह गाजा को फिर से बसाएगा। वहीं नेतन्याहू का साथ देने वाले अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने पहली बार अंतरराष्ट्रीय समुदाय से युद्ध के बाद अंतरिम अवधि के लिए गाजा पट्टी की सुरक्षा का प्रबंधन करने में मदद का आह्वान किया। राष्ट्रपति बाइडेन ने स्पष्ट कर दिया है कि युद्ध के बाद गाजा पर अंततः फिलिस्तीनी प्राधिकरण के शासन का पालन किया जाएगा। मिली जानकारी कें अनुसार एक ऑप-एड में, जो बाइडेन ने वेस्ट बैंक में फिलिस्तीनियों पर हमला करने वाले हिंसक इजरायली निवासियों के वीजा प्रतिबंध लगाने की भी धमकी दी है। दूसरी तरफ, इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने फिलिस्तीनी प्राधिकरण को अंततः गाजा पर शासन करने देने के बाइडेन के आह्वान के बारे में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि फिलिस्तीनी प्राधिकरण अपने मौजूदा स्वरूप में गाजा पर शासन करने के योग्य नहीं है।
उधर, फिलिस्तीनी प्राधिकरण के अध्यक्ष महमूद अब्बास ने इजरायल पर गाजा में नरसंहार करने का आरोप लगाया है। बाइडेन ने लिखा कि अंतर्राष्ट्रीय समुदाय को इस संकट के तत्काल बाद गाजा के लोगों का समर्थन करने के लिए अंतरिम सुरक्षा उपायों सहित वहां विविध संसाधन उपलब्ध कराने चाहिए। यह बहुत स्पष्ट है कि इजरायली और फिलिस्तीनी दोनों लोगों की दीर्घकालिक सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए दो-राज्य समाधान ही एकमात्र तरीका है। राष्ट्रपति बाइडेन की इजरायली नागरिकों के वीजा पर प्रतिबंध की चेतावनी इजरायल द्वारा वीज़ा छूट कार्यक्रम का उल्लंघन करने पर चिंताओं के बीच आई है, जो पात्र यात्रियों को बिना वीज़ा के अमेरिका में प्रवेश करने के लिए आवेदन करने की अनुमति देता है। गौरतलब है कि इज़रायल अक्टूबर के अंत में इस कार्यक्रम में शामिल हुआ था।
हालांकि बाइडेन ने गाजा में युद्धविराम की वैश्विक मांग और आह्वान को भी खारिज कर दिया है। पिछले महीने के पहले हफ्ते में इजरायल-हमास संघर्ष शुरू होने के बाद से ही अमेरिका इस रुख पर कायम है। इसके बजाय, राष्ट्रपति बाइडेन फिलिस्तीनी प्राधिकरण के तहत दो-राज्य समाधान और शासन की आवश्यकता पर जोर देते रहे हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति ने लेख में गाजा और यूक्रेन में युद्धों पर उनके प्रशासन की नीति के लिए समर्थन जुटाने की भी मांग की है। जबकि इजरायली प्रधानमंत्री नेतन्याहू भी गाजा पर सीजफायर के खिलाफ हैं। उनका कहना है कि जब तक हमास का खात्मा नहीं कर देते, तब तक युद्धविराम नहीं हो सकता। हालांकि, अमेरिकी हस्तक्षेप के बाद इजरायल ने गाजा में मानवीय युद्ध ठहराव किया है।