सुबह से शाम तक लगातार कोहरा छाने की अवधि अधिकतम 16 घंटे तक रही। कई दिन विजिबिलिटी 10 मीटर से 50 मीटर के बीच रही। यानी कोहरा ज्यादा देर, ज्यादा दिन, ज्यादा घना रहा। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, यह असमान्य है। इससे पहले 2021 में लगातार 13 दिन तक कोहरा था और अधिकतम अवधि 6 घंटे थी। इंदौर की बात करें तो सात दिन यहां लगातार कोहरा छाया रहा। इनमें तीन दिन इतना घना कोहरा था कि दृश्यता 150 मीटर ही रह गई थी। सोमवार को हलकी बारिश के बाद दोपहर में धूप भी खिली। शहर में न्यूनतम तापमान 14.8 डिग्री, जबकि अधिकतम तापमान 26.3 ?डिग्री रिकॉर्ड किया गया।दिल्ली की फ्लाइट देरी से लैंड हुईमंगलवार को कोहरे का असर भोपाल एयरपोर्ट पर रहा। दिल्ली से भोपाल आने वाली फ्लाइट सुबह 7:40 की बजाय 9:15 पर लैंड हुई। इसका मुख्य कारण रनवे पर विजिबिलिटी कम होना है।
दिल्ली की रास्ते मुंबई जाने वाली करीब 20 से अधिक ट्रेन पिछले एक हफ्ते से रोजाना लेट हो रही है। इसमें मुख्य रूप से वंदे भारत शताब्दी भोपाल एक्सप्रेस सहित कई मुख्य ट्रेन शामिल है। यह सभी ट्रेन 3 घंटे से लेकर 20 घंटे तक लेट हो रही है। बता दें कि भोपाल से रोजाना अप और डाउन में करीब 230 ट्रेन गुजरती हैं।
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पिछले आठ दिनों की तुलना में मंगलवार सुबह ठंडक कम रही, लेकिन कोहरे का असर ज्यादा रहा। सर्द हवाएं नहीं चलने से ऐसा रहा। पिछले 10 साल में जनवरी महीने में हुई बारिश के आंकड़ों पर नजर डाले तो वर्ष 2014, 2015 और 2016 में 1 इंच से ज्यादा बारिश पूरे महीने हुई। 2017, 2018 और 2019 में बारिश नहीं हुई, जबकि 2020 एवं 2021 में 6.3 मिमी (0.2 इंच) बारिश हुई। 2022 और 2023 में एक से डेढ़ इंच बारिश दर्ज की गई। इस बार जनवरी में 10 मिमी से ज्यादा पानी बरस चुका है। इसमें साढ़े 9 मिमी पानी तो गुरुवार शाम से शुक्रवार तक बरसा है। इस हिसाब से वर्ष 2017 से 2021 की तुलना में इस बार सबसे ज्यादा बारिश हुई है।