पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए नाकाबंदी कर लोकेशन ट्रैक की और आरोपियों को रतलाम की ओर जाते समय पकड़ लिया। रोहित को सकुशल बचा लिया गया। मुख्य आरोपी विनोद समेत लखन भूरिया, अतीक अब्बास, अमित चौहान और अजय रकवा को गिरफ्तार कर लिया गया है।
उज्जैन में अपहरण का अनोखा मामला सामने आया। एक व्यक्ति ने अपनी पत्नी के दूसरे पति का अपहरण कर लिया। महिला की ओर से शिकायत मिलते ही पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए नाकाबंदी कर आरोपियों को पकड़ लिया।
आज आरोपियों को न्यायालय में पेश किया गया।
जानकारी के अनुसार ज्योति की शादी विनोद कछावा से हुई थी, लेकिन दोनों के बीच पारिवारिक विवाद बढ़ गया और वे अलग हो गए। इसी बीच ज्योति ने घोसला में रहने वाले रोहित से शादी कर ली। इससे नाराज विनोद ने ज्योति पर नजर रखी और चिंतामन से लौटते समय उसने अपने साथियों के साथ मिलकर रोहित का अपहरण कर लिया। पुलिस ने मामले में कार्रवाई करते हुए नाकाबंदी कर आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।
चिंतामण थाना प्रभारी हेमराज यादव के अनुसार ज्योति नाम की युवती अपने भतीजे सुमित के साथ थाने आई और बताया कि कार में आए दो युवकों ने उसके पति रोहित का अपहरण कर लिया है। यह सूचना मिलते ही पुलिस टीम ने अपहरणकर्ताओं की लोकेशन तलाशी। पता चला कि वे रोहित को लेकर रतलाम की ओर गए हैं।
पुलिस ने पीछा कर आरोपियों को हिरासत में ले लिया और रोहित को उनके कब्जे से छुड़ा लिया। थाना प्रभारी ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों में विनोद कछावा, लखन भूरिया, अतीक अब्बास, अमित चौहान, अजय राक्वा हैं। मुख्य आरोपी विनोद है। वह अपने पति रोहित के साथ चिंतामण गणेश दर्शन करने गई थी।
उनके साथ भतीजा सुमित भी था।
रात को जब वह लौट रही थी तो जवासिया ब्रिज के पास रोहित की बाइक के सामने दो कारें आ गईं। रोहित ने बाइक रोक ली। कार से उतरे युवकों ने रोहित के साथ मारपीट की और उसे कार में खींच लिया।