विदेश मंत्री जयशंकर ने भारत-पाक तनाव को लेकर चौंकाने वाला बयान दिया है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के पास जो हथियार हैं, उसमें चीन का बड़ा हाथ है। ऑपरेशन सिंदूर खत्म होने के आधे घंटे बाद पाकिस्तान को ऑपरेशन सिंदूर के बारे में बताया गया। जयशंकर ने कहा कि भारत की आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति है और इस समय एकजुट होकर संदेश देने की जरूरत है।
नई दिल्ली। पहलगाम हमले के बाद भारत ने ऑपरेशन सिंदूर चलाकर पाकिस्तान से अपना बदला लिया है। ऑपरेशन सिंदूर के बाद संघर्ष की स्थिति में पाकिस्तान को हार का सामना करना पड़ा है। भारत के हवाई हमलों में पाकिस्तान को भारी नुकसान हुआ है। भारत से तनाव के बीच चीन ने हमेशा की तरह पाकिस्तान का साथ दिया। इस दौरान ड्रैगन की क्या भूमिका रही, इस पर विदेश मंत्री जयशंकर ने चौंकाने वाला बयान दिया है।
चीन की भूमिका पर बोले जयशंकर जर्मनी के एक अखबार फ्रैंकफर्टर अलगेमाइन ज़ीतुंग को दिए इंटरव्यू में जयशंकर ने चीन की पोल खोली है। जब जयशंकर से पूछा गया कि क्या उन्हें लगता है कि भारत-पाक तनाव के पीछे चीन की भी भूमिका थी। इस पर जवाब देते हुए विदेश मंत्री ने कहा कि पाकिस्तान के पास जितने भी हथियार हैं, वे सभी चीन के हैं। आप इसी से अंदाजा लगा सकते हैं।
ऑपरेशन सिंदूर के आधे घंटे बाद पाकिस्तान को दी जानकारी
इस बीच, जयशंकर ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर की पहली जानकारी पाकिस्तान को इसके शुरू होने के आधे घंटे बाद (जब ऑपरेशन खत्म हो चुका था) दी गई थी। विदेश मंत्री ने सोमवार को विदेश मंत्रालय की संसदीय सलाहकार समिति की बैठक में यह जानकारी दी।
कुछ दिन पहले जयशंकर ने कहा था कि ऑपरेशन सिंदूर शुरू होते ही इसकी जानकारी पाकिस्तान को दे दी गई थी। इस पर विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने सवाल उठाया था कि इतनी महत्वपूर्ण जानकारी पाकिस्तान को पहले क्यों दी गई। उन्होंने इसे 'अपराध' करार दिया था।
एकता का संदेश
विदेश मंत्रालय ने सफाई दी थी कि ऑपरेशन शुरू होने से पहले जानकारी नहीं दी गई थी। इस पर भाजपा और कांग्रेस के बीच काफी बहस हुई थी। इंटरनेट मीडिया पर इस बैठक की जानकारी देते हुए जयशंकर ने लिखा कि उन्होंने विदेश मंत्रालय की संसदीय सलाहकार समिति की बैठक की अध्यक्षता की। ऑपरेशन सिंदूर और आतंकवाद के सभी रूपों के खिलाफ भारत की शून्य-सहिष्णुता नीति पर चर्चा की गई। इस समय, हमें एक साथ आकर संदेश देने की जरूरत है।