डीएमके सांसद कनिमोझी के नेतृत्व में सर्वदलीय संसदीय प्रतिनिधिमंडल मैड्रिड के दौरे पर है। इस दौरान जब कनिमोझी से पूछा गया कि भारत की राष्ट्रीय भाषा क्या है? तो उन्होंने जवाब दिया कि भारत की राष्ट्रीय भाषा एकता और विविधता है। उनका यह जवाब सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है क्योंकि यह ऐसे समय में आया है जब भारत में हिंदी भाषा को लेकर विरोध प्रदर्शन चल रहे हैं।
नई दिल्ली। आतंकवाद पर पाकिस्तान को बेनकाब करने के लिए एक सर्वदलीय संसदीय प्रतिनिधिमंडल विदेश दौरे पर है। इनमें से एक दल डीएमके सांसद के नेतृत्व में मैड्रिड गया है। इस दौरान सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रहे डीएमके सांसद से पूछा गया कि भारत की राष्ट्रीय भाषा क्या है। त्रिभाषा नीति पर विरोध से असहमति जताने के बीच कनिमोझी का जवाब अब सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है।
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डीएमके सांसद कनिमोझी ने दिया ऐसा जवाब कनिमोझी ने कहा, 'भारत की राष्ट्रीय भाषा एकता और विविधता है। उन्होंने आगे कहा, यही संदेश इस प्रतिनिधिमंडल ने दुनिया को दिया है और यही आज की सबसे महत्वपूर्ण बात है।' उनका जवाब भारत की ताकत को दर्शाता है।
आपको बता दें कि डीएमके सांसद का यह जवाब ऐसे समय में आया है जब भारत में हिंदी भाषा को लेकर विरोध प्रदर्शन चल रहा है। डीएमके ने हाल ही में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 में प्रस्तावित तीन-भाषा फॉर्मूले को लेकर केंद्र के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया था।
बच्चों का भविष्य बर्बाद करने का आरोप
कनिमोझी ने खुद केंद्र पर तीन-भाषा नीति और एनईपी के लिए तमिलनाडु को मिलने वाले फंड को रोकने और बच्चों का भविष्य बर्बाद करने का आरोप लगाया है। डीएमके ने संसद के बाहर और तमिलनाडु में भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया था।