संसद में वंदे मातरम गीत की 150वीं सालगिरह पर चर्चा चल रही है। इस चर्चा की शुरुआत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने की थी। अब, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इस पर प्रतिक्रिया दी है।
संसद में वंदे मातरम गीत पर चल रही चर्चा के बीच, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने एक बयान जारी किया है। उन्होंने कहा, "मैंने कुछ बीजेपी वालों को यह कहते सुना है कि उन्हें नेताजी पसंद नहीं हैं। अगर आपको नेताजी, महात्मा गांधी, राजा राम मोहन रॉय पसंद नहीं हैं, तो आपको कौन पसंद है?"
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने वंदे मातरम का राजनीतिकरण करने के लिए बीजेपी पर निशाना साधा। उन्होंने बीजेपी को बंगाली विरोधी कहा। उन्होंने यह भी कहा कि हम सभी धर्मों का सम्मान करते हैं।
उन्होंने इंडिगो फ्लाइट की स्थिति के बारे में क्या कहा?
इसके अलावा, उन्होंने इंडिगो फ्लाइट्स को लेकर देश भर की स्थिति के बारे में भी बात की। उन्होंने कहा, "जनता के पास क्या विकल्प है? यह बहुत बुरा है कि ज़्यादातर फ्लाइट्स बंद कर दी गई हैं। यह एक आपदा है। हजारों यात्री एयरपोर्ट पर फंसे हुए हैं। वे मानसिक रूप से प्रताड़ित महसूस कर रहे हैं। मैं भारत सरकार से आग्रह करती हूं कि इसे सुलझाने के लिए कोई योजना बनाए। बीजेपी सरकार को देश और उसके लोगों से जुड़े मामलों में कोई दिलचस्पी नहीं है। लेकिन बीजेपी को सिर्फ इस बात की चिंता है कि संस्थानों पर कैसे कब्जा किया जाए।"
"देश के अंदर की समस्याएं हल नहीं हो रही हैं"
उन्होंने कहा कि फ्लाइट संकट से समस्याएं हो रही हैं। देश ऐसे नहीं चल सकता। देश के अंदर की समस्याएं हल नहीं हो रही हैं। जिन यात्रियों को नुकसान हुआ है, उन्हें मुआवजा मिलना चाहिए। बीजेपी सिर्फ EVM के ज़रिए वोट मैनेज करती है। जनता की मुख्य समस्याओं पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। फ्लाइट्स कैंसिल हो रही हैं, और किराया बढ़ा दिया गया है। यह एक आपदा है। पिछले 7-8 दिनों से लाखों यात्री प्रभावित हुए हैं।
लोकसभा में चर्चा
भारतीय संसद के दोनों सदनों, लोकसभा और राज्यसभा में वंदे मातरम गीत की 150वीं सालगिरह पर चर्चा चल रही है। इस चर्चा की शुरुआत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने की थी। उन्होंने कहा कि यह सिर्फ एक गीत नहीं है, बल्कि भारत के स्वतंत्रता संग्राम की आत्मा है, संकल्प और राष्ट्रीय जागरण का स्रोत है। उन्होंने कहा कि वंदे मातरम को याद करना, वह नारा जिसने देश को आज़ादी दिलाई, गर्व की बात भी है और कर्तव्य भी।