नई दिल्ली । बाबा बर्फानी की अमरनाथ यात्रा करना बेहद कठिन माना जाता है। अमरनाथ की यात्रा पर जाने वाले श्रद्धालुओं को कठिन मार्ग से होकर भगवान शिव के बर्फानी रूप के दर्शन होते है। मगर अब श्रद्धालुओं के लिए अमरनाथ पहुंचना बेहद आसान हो जाएगा।
अमरनाथ पहुंचने के लिए अब श्रद्धालुओं के लिए सीमा सड़क संगठन ने हाल ही में वाहनों का पहला जत्था रवाना किया है। अधिकारियों ने कहा कि पहली बार अमरनाथ गुफा तक वाहन पहुंच गए हैं
जहां सीमा सड़क संगठन ने इस गुफा मंदिर तक सड़क संपर्क का विस्तार किया है। मंदिर तक कनेक्टिविटी बढ़ाने की दिशा में ये बेहद अहम कदम है। अधिकारियों ने कहा कि डुमेल से बालटाल आधार शिविर के रास्ते अमरनाथ गुफा तक सड़क का चौड़ीकरण पूरा हो गया है। आमतौर पर अमरनाथ की यात्रा करने के लिए श्रद्धालुओं को पैदल या खच्चरों की पीठ पर बैठकर यात्रा करनी पड़ती है। वर्ष 2004 में मंदिर के लिए हेलिकॉप्टर सर्विस की शुरुआत हो चुकी है, जिसके बाद अब गाड़ियां भी यहां पहुंच सकेंगी।
बीआरओ के अधिकारी ने कहा कि सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) के जवानों ने बहुत बड़ा काम पूरा किया है और अमरनाथ गुफा मंदिर तक सड़क संपर्क का विस्तार करके इतिहास बना दिया है। बीआरओ को पिछले साल गुफा मंदिर तक जाने वाले दोहरे मार्गों का रख-रखाव करने की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। बीआरओ के प्रोजेक्ट बीकन में अमरनाथ यात्रा मार्ग की बहाली और सुधार का काम शामिल है।
वहीं नेशनल कॉन्फ्रेंस (एनसी) नेता उमर अब्दुल्ला ने अमरनाथ गुफा मंदिर तक वाहन पहुंचने योग्य सड़क के निर्माण पर सवाल उठकर कहा कि इस तरह से पर्यावरण के साथ खिलवाड़ करना अच्छा नहीं है और यह इस नष्ट करने के समान है। उमर ने कहा कि वार्षिक अमरनाथ तीर्थयात्रा वर्षों से चल रही है और वहां वाहन ले जाने की कोई जरूरत नहीं है।