वॉशिंगटन । संयुक्त राज्य अमेरिका ने मिलिशिया समूहों को ग्लोबल टेररिस्ट बताकर प्रतिबंध लगा दिया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार अमेरिका ने कताइब सैय्यद अल-शुहादा और इसके महासचिव हाशिम फिनयान रहीम अल-सराजी के खिलाफ नए प्रतिबंधों की घोषणा की है। एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, इन्हें ग्लोबल टेररिस्ट के रूप में नामित किया गया है। अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने एक बयान में कहा कि कताइब सैय्यद अल-शुहादा की आतंकवादी गतिविधि ने इराक और सीरिया में आईएसआईएस कर्मियों को हराने के लिए अमेरिकी और वैश्विक गठबंधन दोनों के जीवन को खतरे में डाल दिया है।
अमेरिकी ट्रेजरी विभाग ने ईरान-गठबंधन मिलिशिया समूह कताइब हिजबुल्लाह (केएच) से जुड़े 6 व्यक्तियों पर भी प्रतिबंध लगाया है। ईरान, इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स और उसके बाहरी ऑपरेशन बल के माध्यम से जिसे कुद्स फोर्स के नाम से जाना जाता है, उसने केएसएस, केएच और अन्य ईरान-गठबंधन मिलिशिया समूहों को प्रशिक्षण, वित्त पोषण और हथियारों के साथ समर्थन दिया। जबकि केएसएस ने केएच और अल-नुजाबा सहित अन्य अमेरिकी-नामित संगठनों के साथ काम करते हुए अमेरिकी कर्मियों के खिलाफ हमलों की योजना बना चुका है।
जानकार बताते हैं कि ईरान विश्व में आतंकवाद को बढ़ावा देने के लिए जाना जाता है। ब्लिंकन ने इस मामले पर कहा कि अमेरिका आतंकवाद के लिए ईरान के समर्थन का मुकाबला करने और आतंकवादी हमले करने के लिए ईरान समर्थित समूहों की क्षमता को कम करने और बाधित करने के लिए सभी उपलब्ध उपकरणों का उपयोग करने के लिए प्रतिबद्ध है। फिलिस्तीन के आतंकी संगठन हमास द्वारा 7 अक्टूबर को इजरायल पर हमला करने के पीछे साथ देने वाला इरान भी है। इजरायली सेना को ऐसे दस्तावेज मिले हैं जो हमले में ईरान के शामिल होने का सबूत दे रहे हैं।