टोकियो । जापान सहित दुनिया के कई देशों में कबूतर परेशानी का कारण बन गए हैं। इन्हें बीमारी फैलाने से लेकर तमाम चीजों के लिए जिम्मेदार माना जा रहा है। जापान में भी यही समस्या है पर यहां पक्षियों को खास कानूनी सुरक्षा मिली हुई है और कबूतर भी इस कानून के दायरे में आते हैं इसलिए इन्हें मारा नहीं जा सकता। जापान के वन्य प्राणी कानून के तहत कबूतर अथवा किसी अन्य पक्षी को घर या बालकनी से न तो भगाया जा सकता है
और न ही उनके अंडे-घोंसले को हटाया जा सकता है। वहीं इस कानून के अनुसार अगर आपको अपने घर, बालकनी या किसी अन्य जगह से कबूतर को हटाना है तो पहले स्थानीय प्रशासन से इसकी अनुमति लेनी होगी। इसके साथ ही ड्राइवरों के लिए भी खास दिशा-निर्देश हैं। कानून के मुताबिक अगर सड़क पर कबूतर बैठे हैं या पार कर रहे हैं तो ड्राइवर को रुकना ही होगा, भले ट्रैफिक सिग्नल हरा क्यों न हो। वहीं आजकल जापान में एक मामले के बहाने इस कानून पर बहस छिड़ गई है। इसमें सोशल मीडिया दो वर्ग में बंट गया है। इसी कारण 50 साल के एक ड्राइवर को इसी महीने 3 दिसंबर को गिरफ्तार किया गया था। उस पर आरोप हैं कि उसने नियमों का पालन नहीं किया। इसी कारण उसकी गाड़ी से एक कबूतर की मौत हो गई।