अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में एप्पल को भारत के बजाय अमेरिका में प्लांट लगाने की सलाह दी थी, जिसे एप्पल ने सिरे से खारिज कर दिया। अब भारत में बने आईफोन की शिपमेंट भी जून की शुरुआत से शुरू हो जाएगी। ताइवान की कंपनी फॉक्सकॉन बेंगलुरु में आईफोन बनाने के लिए तैयार है।
बेंगलुरु। आईफोन को लेकर भारत के लिए एक अच्छी खबर आ रही है। भारत में आईफोन बनाने का दूसरा प्लांट भी तैयार हो गया है। ताइवान की कंपनी फॉक्सकॉन इस साल जून महीने से भारत में बने आईफोन की शिपमेंट शुरू कर सकती है।
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कर्नाटक के वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री एमबी पाटिल ने शनिवार को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि बेंगलुरु के देवनहल्ली में बना फॉक्सकॉन का नया प्लांट लगभग बनकर तैयार हो गया है। जून की शुरुआत में आईफोन की कमर्शियल सप्लाई शुरू हो सकती है।
आपको बता दें कि ताइवान की कंपनी फॉक्सकॉन कॉन्ट्रैक्ट बेसिस पर आईफोन बनाती है। वहीं, आईफोन बनाने के लिए फॉक्सकॉन ने देवनहल्ली में सूचना प्रौद्योगिकी निवेश क्षेत्र (आईटीआईआर) में 300 एकड़ जमीन पर अपना नया प्लांट लगाया है।
एमबी पाटिल का कहना है कि एप्पल के सीईओ टिम कुक ने ज्यादातर आईफोन भारत में बनाने का फैसला किया है। यहां तक कि अमेरिका में बिकने वाले ज्यादातर आईफोन भी भारत में ही बनेंगे। एमबी पाटिल के मुताबिक, कर्नाटक पूरी दुनिया में सुर्खियां बटोर रहा है और एक कन्नड़ नागरिक होने के नाते यह मेरे लिए गर्व की बात है।
फॉक्सकॉन का यह कदम न सिर्फ मैन्युफैक्चरिंग में मील का पत्थर साबित होगा बल्कि इससे रणनीतिक बदलाव भी आएगा। भारत जल्द ही आईफोन उत्पादन का केंद्र बन जाएगा। इससे वैश्विक मैन्युफैक्चरिंग क्षेत्र में कर्नाटक की स्थिति मजबूत होगी और भारत में विदेशी निवेश का रास्ता खुलेगा।
एपल ने भविष्य में भी भारत में निवेश करने का आश्वासन दिया है। आपको बता दें कि हाल ही में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एप्पल को भारत की बजाय अमेरिका में प्लांट लगाने का सुझाव दिया था। हालांकि एप्पल ने इससे साफ इनकार कर दिया है। एप्पल का कहना है कि वह भविष्य में भी भारत में निवेश करता रहेगा।