आतंकवाद के खिलाफ भारत की नीति को वैश्विक स्तर पर पेश करने और पाकिस्तान के आतंकी चेहरे को बेनकाब करने के लिए दो सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल जापान और यूएई के लिए रवाना हुए हैं। सांसद विभिन्न देशों के सरकारी प्रतिनिधियों और थिंक टैंक से मिलेंगे और उन्हें पाकिस्तान के आतंकी चेहरे की हकीकत बताएंगे, जिसमें ऑपरेशन सिंदूर भी शामिल है।
नई दिल्ली। आतंकवाद के खिलाफ भारत की नीति को दुनिया के सामने पेश करने और पाकिस्तान के आतंकी चेहरे को बेनकाब करने के लिए दो सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल बुधवार को जापान और यूएई के लिए रवाना हुए।
जापान गए पहले दल का नेतृत्व जहां जेडीयू सांसद संजय कुमार झा कर रहे हैं, वहीं यूएई के लिए रवाना हुए प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे कर रहे हैं। यह दल वहां के सांसदों, सरकारी प्रतिनिधियों, थिंक टैंक और बुद्धिजीवियों से मिलकर उन्हें पाकिस्तान के आतंकी चेहरे की हकीकत से अवगत कराएगा।
सांसद 33 देशों का दौरा करेंगे वे उन्हें पहलगाम में हाल ही में पाकिस्तान समर्थित आतंकवादियों द्वारा किए गए आतंकी हमले और उसके बाद ऑपरेशन सिंदूर की जरूरत के बारे में जानकारी देंगे। आपको बता दें कि ऐसे सात प्रतिनिधिमंडल कुल 33 देशों का दौरा करेंगे और पाकिस्तान की आतंकी गतिविधियों को बेनकाब करेंगे। इन प्रतिनिधिमंडलों में विभिन्न दलों के सांसद, वरिष्ठ नेता और अनुभवी राजनयिकों समेत कुल 51 सदस्य शामिल हैं।
जापान गया संसदीय प्रतिनिधिमंडल इसके बाद दक्षिण कोरिया, मलेशिया, इंडोनेशिया और सिंगापुर जाएगा, जबकि यूएई गया दल बाद में अफ्रीकी देशों लाइबेरिया, कांगो और सिएरा लियोन का दौरा करेगा। पाकिस्तान का चेहरा होगा बेनकाब जदयू सांसद झा के नेतृत्व वाले प्रतिनिधिमंडल में भाजपा सांसद अपराजिता सारंगी, बृजलाल, प्रधान बरुआ और हेमंग जोशी, कांग्रेस नेता और पूर्व विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद, टीएमसी सांसद अभिषेक बनर्जी, माकपा के जॉन ब्रिटास और पूर्व राजदूत मोहन कुमार शामिल हैं।
जापान गए दल का नेतृत्व कर रहे संजय झा ने कहा कि प्रतिनिधिमंडल का काम पूरी दुनिया के सामने पाकिस्तान का असली चेहरा उजागर करना है कि वह किस तरह प्रायोजित आतंकवाद को बढ़ावा दे रहा है। संजय राउत ने लगाए आरोप प्रतिनिधिमंडल की सदस्य और एनसीपी (सुप्रिया) की कार्यकारी अध्यक्ष सुप्रिया सुले ने कहा कि आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई व्यक्तिगत या राजनीतिक नहीं है, हमें एकजुट रहना चाहिए।
बारामती से सांसद ने कहा कि विपक्ष को संयम और जिम्मेदारी से काम लेना चाहिए तथा राजनीतिक दलों को भारतीय सशस्त्र बलों के बारे में किसी भी तरह की गलतफहमी पैदा करने से बचना चाहिए। वहीं, शिवसेना नेता संजय राउत ने आरोप लगाया कि केंद्र ने 'ऑपरेशन सिंदूर' के बाद कई देशों में सांसदों की एक सर्वदलीय टीम भेजने का फैसला किया है, जबकि उन देशों का भारत-पाक मुद्दे से कोई संबंध नहीं है। दरअसल, सरकार हकीकत से ज्यादा दिखावे में दिलचस्पी रखती है।