नई दिल्ली। दिल्ली में प्रदूषण नियंत्रण के लिए तमाम सरकारी प्रयास नाकाम हो रहे हैं। वजह ये है कि लोग नियम और प्रतिबंधों को भी मानने के लिए तैयार नहीं हैं। यहां पटाखा फोड़ने पर प्रतिबंध लगाया था,लेकिन दीपावली पर दिल्ली और आसपास खूब पटाखे फोड़े गए। जिसके कारण दिल्ली दुनिया के सबसे प्रदूषित शहरों में शुमार हो गई।
सीपीसीबी के अनुसार, दिल्ली-एनसीआर में मंगलवार (14 नवंबर) को वायु गुणवत्ता ‘गंभीर’ श्रेणी में बनी हुई है। सुबह एक्यूआई का लेवल 450 पर दर्ज हुआ। आनंद विहार में एक्यूआई 360, आरके पुरम में 422, पंजाबी बाग में 415 और आईटीओ में 432 रहा। मौसम विभाग के अनुसार, आने वाले कुछ दिनों में दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण के साथ साथ कोहरा भी छाने लगेगा, जिससे विजिविलिटी और कम हो सकती है।
दीवाली के अवसर पर दिल्ली-एनसीआर में आतिशबाजी करने पर रोक लगी थी। लेकिन रविवार रात को देश की राजधानी और उसके आसपास के इलाकों में नियमों का पालन नहीं होता दिखा। लोग जमकर आतिशबाजी करते दिखे। सीपीसीबी के द्वारा जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार, पिछले साल दिवाली पर, दिल्ली का एक्यूआई लेवल 312 था। वहीं, साल 2021 में एयर क्वालिटी इंडेक्स 382 पर पहुंच गया था। सोमवार को दिल्ली, दुनिया का सबसे प्रदूषित शहर बना था। इसके अलावा, दुनिया के सबसे प्रदूषित शहरों में मुंबई और कोलकाता पांचवें और छठे स्थान पर हैं।