- 'कई नोटिस भेजे, लेकिन हर बार...', शर्मिष्ठा पनोली की गिरफ्तारी पर कोलकाता पुलिस का बयान

'कई नोटिस भेजे, लेकिन हर बार...', शर्मिष्ठा पनोली की गिरफ्तारी पर कोलकाता पुलिस का बयान

सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर शर्मिष्ठा पनोली की गिरफ्तारी पर कोलकाता पुलिस ने सफाई दी है। पुलिस के मुताबिक शर्मिष्ठा को उनके राजनीतिक विचारों के लिए नहीं बल्कि धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने और सांप्रदायिक नफरत फैलाने वाले वीडियो के लिए गिरफ्तार किया गया था। नोटिस के बावजूद पेश न होने पर कोर्ट ने गिरफ्तारी वारंट जारी किया।

नई दिल्ली। सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर शर्मिष्ठा पनोली की गिरफ्तारी पर बवाल मचा हुआ है। अब कोलकाता पुलिस ने शर्मिष्ठा की गिरफ्तारी को लेकर सफाई जारी की है। कोलकाता पुलिस ने इंस्टाग्राम इन्फ्लुएंसर शर्मिष्ठा पनोली की गिरफ्तारी का बचाव करते हुए कहा कि उनके राजनीतिक विचारों के लिए नहीं बल्कि कथित तौर पर एक वीडियो शेयर करने के लिए कानूनी कार्रवाई की गई थी।

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पुलिस ने आगे कहा कि उनके पोस्ट ने धार्मिक मान्यताओं का अपमान किया और सांप्रदायिक नफरत को बढ़ावा दिया। एक्स पर पोस्ट किए गए बयान में आगे कहा गया, कोलकाता पुलिस ने ऑनलाइन पोस्ट किए गए दावों को खारिज कर दिया और कहा कि पनोली को राष्ट्रवादी भावनाओं को व्यक्त करने के लिए निशाना बनाया गया था।

शर्मिष्ठा एक लॉ स्टूडेंट हैं


बयान में कहा गया, 'कुछ सोशल मीडिया अकाउंट गलत सूचना फैला रहे हैं कि कोलकाता पुलिस ने पाकिस्तान के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने के लिए एक लॉ स्टूडेंट को अवैध रूप से गिरफ्तार किया है। यह कहानी शरारती और भ्रामक है।'

'गिरफ्तारी किसी 'पाकिस्तान विरोधी बयान' के लिए नहीं है...'


15 मई को गार्डन रीच पुलिस स्टेशन में पनोली के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था। पुलिस के अनुसार, विचाराधीन वीडियो को 'भारत के नागरिकों के एक वर्ग की धार्मिक आस्था का अपमान करने और विभिन्न समुदायों के बीच नफरत को बढ़ावा देने वाला' माना गया था।

कोलकाता पुलिस के अनुसार, शर्मिष्ठा पनोली की गिरफ्तारी किसी 'पाकिस्तान विरोधी बयान' या 'देशभक्ति व्यक्त करने' के लिए नहीं, बल्कि 'नफरत फैलाने वाली आपत्तिजनक सामग्री पोस्ट करने' के लिए हुई थी।

'न्यायिक हिरासत में भेजा गया'


कोलकाता पुलिस ने आगे कहा, 'आरोपी को BNSS की धारा 35 के तहत नोटिस देने के कई प्रयास किए गए, लेकिन हर बार वह गायब हो गई।' इसके बाद, एक अदालत ने उसकी गिरफ्तारी का वारंट जारी किया। उसे दिन में गुरुग्राम, हरियाणा से पकड़ा गया और बाद में एक मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया गया, जिसने उसे ट्रांजिट रिमांड दिया। अंत में उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।

पुलिस ने यह भी कहा, "किसी भी धार्मिक व्यक्ति या समुदाय या भारत के नागरिकों के किसी भी वर्ग को लक्षित करके अभद्र भाषा का प्रयोग करना दंडनीय अपराध है।" शर्मिष्ठा ने पोस्ट में क्या कहा? शर्मिष्ठा ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर ऑपरेशन सिंदूर को लेकर एक वीडियो शेयर किया और बॉलीवुड के तीनों खानों की चुप्पी पर सवाल उठाए और विवादित टिप्पणी की। उन्होंने एक खास समुदाय के बारे में आपत्तिजनक बयान भी दिया, जिसकी वजह से वह मुश्किल में फंस गईं। शर्मिष्ठा ने कुछ अभद्र भाषा का भी इस्तेमाल किया। हालांकि, विवाद बढ़ने के बाद उन्होंने पोस्ट डिलीट कर दिया।

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